tag:blogger.com,1999:blog-2753106267261220582.post6437866062974846103..comments2023-05-22T01:01:42.643-07:00Comments on धर्म की बात: ''वेदों की निंदक गीता''rahulhttp://www.blogger.com/profile/02830995282887388068noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2753106267261220582.post-71398914954556303412011-09-06T04:07:35.343-07:002011-09-06T04:07:35.343-07:00बहुत ही सुन्दर विचार हैं. मुझे लगता है कृष्णावतार ...बहुत ही सुन्दर विचार हैं. मुझे लगता है कृष्णावतार में जो कृष्ण की महत्ता बताई गई है वो सारी हदों को पार कर गई है. ऐसा लगता है की उस युग में कृष्ण को छोड़ कर सारे लोग पापी ही थे. जहाँ तक मैं मानता हूँ की कृष्ण ने अपने पुरे जीवनकाल में शायद ही कोई ऐसा कार्य किया हो जो विशुद्ध आदर्श हो. बड़ा ही अच्छा लेख पढने को मिला. धन्यवाद्.धर्म संसारhttps://www.blogger.com/profile/17834417490592325731noreply@blogger.com